तंदूरी रोटी मै थूक थाक
तंदूरी रोटी में थूककर बटर नान बना देने वाले एक व्यक्ति का वीडियो बहुत वायरल हो चुका है, जिहाद मतलब क्या होता है?
पर इससे हिन्दुओं ने सबक क्या लिया ?
ऐसे कई वीडियो पहले भी आ चुके हैं पर अधिकतर हिन्दुओं को कुछ समझ ही नहीं आता
अभी कुछ दिन पहले एक मित्र के विवाह में जाना हुआ था तो देखा कि उधर पूरा मजहबी पोशाक पहने एक पान का स्टॉल लगाए मुल्ला जी अपना काउंटर लगाए हुए थे
मुल्ला जी दूल्हा दुल्हन और परिवारजनों को वरमाला के बाद साथ भोजन वाले काल में विशेष रुप से शायरी सुना सुनाकर पान खिला रहे थे।
अब क्या गारंटी है कि अपनी मजहबी कुरीति के अनुसार काफिरों को खिलाएं जाने वाले खाने अर्थात् पान में थूककर गुलकंद के साथ बटर की बेजोड़ व्यवस्था उसने न की हो ?
मैंने अपने दूल्हे मित्र को विशेष रूप से उस मुल्ले का पान खाने को मना किया और उसने खाया भी नहीं।
जब वो खाने में आनाकानी कर रहा था तो मुल्ला यह तो शगुन होता है कहकर हिन्दुओं के शादी विवाहों में एक नई प्रथा जोड़ने का पूरा प्रयास कर चुका था।
मैं सोच रहा था कि ये नया शगुन कब से हमारे विवाहों में होने लगा कि मुल्ला वर वधू पक्ष को पान खिलाए ?
नवनिर्मित थोप दिए गए शगुन व परिवार जनों के दबाव में मित्र दूल्हे राजा को मजबूर तो होना पड़ा पर उसने समझदारी दिखाते हुए पान बस मुँह से लगाकर नीचे रख दिया।
१. सेक्युलरिज्म
२. क्या फर्क पड़ता है और
३. हम ऐसा नहीं सोचते-करते तो वो ऐसा कैसे कर सकते हैं ?
उपरोक्त भावनाओं से ओत प्रोत हिन्दुओं का समूह यह देखकर चकित तो हुआ कि दूल्हे ने पान खाया क्यों नहीं
पर बुद्धिमान दूल्हे राजा ने यह शानदार बहाना देकर वातावरण में व्याप्त आश्चर्य को विराम दे दिया कि
👉 इससे मुँह का टेस्ट पूरा पानमय हो जाएगा जो कि ठीक नहीं 😀
लौटते हैं विषय पर :-
इस तरह के वीडियो देखकर हमें कुछ तो अवश्य सीखना चाहिए
१. यह सब कहीं दूर हो रहा है। हमारे पास या हमारे कार्यक्रम में तो यह हो ही नहीं सकता वाली भावना से शीघ्र बाहर निकलना होगा।
२. कैटरिंग वाले से विशेष रुप से बोलना होगा कि पहले तो सेवा कोई भी म्लेच्छ न हो, या कम से कम इतना तो अवश्य सुनिश्चित किया जाए कि भोजन वाले डिपार्टमेंट का कारीगर एक भी म्लेच्छ न हो
३. आपत्ति दर्शाने पर उसे थूककर नान बनाते विशेष कुरीतियों वाले समाज के व्यक्ति का वीडियो दिखाएं फिर भी न समझे तो कैटरिंग वाले को बिजनेस न दें
और क्या सीख ले सकते हैं अपने प्वाइंट इस मैसेज में तीसरे नंबर के बाद नीचे जोड़कर लिखें व हिन्दू जनहित में जारी करें
जय राम जी की
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